दिनाँक -: 13/01/2018,शनिवार
माघ , कृष्ण पक्ष
द्वादशी
""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि------------द्वादशी23:52:08 तक
पक्ष-----------------------------कृष्ण
नक्षत्र----------अनुराधा10:13:59
योग-----------------वृद्वि31:02:53
करण------------कौलव10:35:44
करण-------------तैतुल23:52:08
वार--------------------------शनिवार
माह------------------------------माघ
चन्द्र राशि--------------------वृश्चिक
सूर्य राशि------------------------ धनु
रितु निरयन---------------------हेमंत
रितु सायन--------------------शिशिर
निरयन-------------------दक्षिणायन
सायन---------------------उत्तरायण
संवत्सर---------------------हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)-----------साधारण
विक्रम संवत-----------------2074
विक्रम संवत (कर्तक)-------2074
शाका संवत------------------1939
वृन्दावन
सूर्योदय-----------------07:12:30
सूर्यास्त------------------17:43:25
दिन काल---------------10:30:54
रात्री काल--------------13:29:02
चंद्रास्त------------------14:58:36
चंद्रोदय-----------------28:44:02
लग्न-- धनु28°42' , 268°42'
सूर्य नक्षत्र----------------उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र------------------अनुराधा
नक्षत्र पाया---------------------रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ने----अनुराधा 10:13:59
नो----ज्येष्ठा 16:58:06
या----ज्येष्ठा 23:42:51
यी---- ज्येष्ठा30:28:09
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 28°42 उ o षा o, 1 भे
चन्द्र=वृश्चिक 15 ° 11' अनुराधा ' 4 ने
बुध=धनु 08 ° 24 ' मूल ' 3 भा
शुक्र=धनु 29 ° 37' उo षा o 1 भे
मंगल=तुला 27 ° 35 'विशाखा '3 ते
गुरु=तुला 24 ° 48 ' विशाखा , 2 तू
शनि=धनु 08 ° 49' मूल '3 भा
राहू=कर्क 22 ° 20 'आश्लेषा , 2 डू
केतु=मकर 22 ° 20 ' श्रवण, 4 खो
*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*
राहू काल 09:50 - 11:09अशुभ
यम घंटा 13:47 - 15:06अशुभ
गुली काल 07:13 - 08:31अशुभ
अभिजित 12:07 -12:49शुभ
दूर मुहूर्त 08:37 - 09:19अशुभ
🚩गंड मूल10:14 - अहोरात्रअशुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 07:13 - 08:31अशुभ
शुभ 08:31 - 09:50शुभ
रोग 09:50 - 11:09अशुभ
उद्वेग 11:09 - 12:28अशुभ
चाल 12:28 - 13:47शुभ
लाभ 13:47 - 15:06शुभ
अमृत 15:06 - 16:25शुभ
काल 16:25 - 17:43अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 17:43 - 19:25शुभ
उद्वेग 19:25 - 21:06अशुभ
शुभ 21:06 - 22:47शुभ
अमृत 22:47 - 24:28*शुभ
चाल 24:28* - 26:09*शुभ
रोग 26:09* - 27:50*अशुभ
काल 27:50* - 29:31*अशुभ
लाभ 29:31* - 31:12*शुभ
💮होरा, दिन
शनि 07:13 - 08:05
बृहस्पति 08:05 - 08:58
मंगल 08:58 - 09:50
सूर्य 09:50 - 10:43
शुक्र 10:43 - 11:35
बुध 11:35 - 12:28
चन्द्र 12:28 - 13:21
शनि 13:21 - 14:13
बृहस्पति 14:13 - 15:06
मंगल 15:06 - 15:58
सूर्य 15:58 - 16:51
शुक्र 16:51 - 17:43
🚩होरा, रात
बुध 17:43 - 18:51
चन्द्र 18:51 - 19:58
शनि 19:58 - 21:06
बृहस्पति 21:06 - 22:13
मंगल 22:13 - 23:21
सूर्य 23:21 - 24:28
शुक्र 24:28* - 25:35
बुध 25:35* - 26:43
चन्द्र 26:43* - 27:50
शनि 27:50* - 28:58
बृहस्पति 28:58* - 30:05
मंगल 30:05* - 31:12
*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान-------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
*🚩अग्नि वास ज्ञान -:*
15 + 12 + 7 + 1= 35÷ 4 = 3शेष
पृथ्वी पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*💮 शिव वास एवं फल -:*
27 + 27 + 5 = 59 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभा रूढ़ = शुभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*लोहड़ी पर्व
*💮🚩💮शुभ विचार💮🚩💮*
कुग्रामवासः कुलहीनसेवा ।
कुभोजनं क्रोधमुखी च भार्या ।।
पुत्रश्च मूर्खो विधवा च कन्या ।
विनाग्निमेते प्रदहन्ति कायम् ।।
।।चा o नी o।।
निम्नलिखित बाते व्यक्ति को बिना आग के ही जलाती है...
१. एक छोटे गाव में बसना जहा रहने की सुविधाए उपलब्ध नहीं.
२. एक ऐसे व्यक्ति के यहाँ नौकरी करना जो नीच कुल में पैदा हुआ है.
३. अस्वास्थय्वर्धक भोजन का सेवन करना.
४. जिसकी पत्नी हरदम गुस्से में होती है.
५. जिसको मुर्ख पुत्र है.
६. जिसकी पुत्री विधवा हो गयी है.
*🚩💮🚩सुभाषितानि🚩💮🚩*
गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16
ब्रह्मणो हि प्रतिष्ठाहममृतस्याव्ययस्य च ।,
शाश्वतस्य च धर्मस्य सुखस्यैकान्तिकस्य च ॥,
क्योंकि उस अविनाशी परब्रह्म का और अमृत का तथा नित्य धर्म का और अखण्ड एकरस आनन्द का आश्रय मैं हूँ॥,27॥,
*💮🚩दैनिक राशिफल🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।
🐏मेष
चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🐂वृष
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। शत्रु परास्त होंगे। धनलाभ होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। भूमि विवाद की आशंका रहेगी।
👫मिथुन
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार मिलेगा। पुराना रोग उभर सकता है। आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
🦀कर्क
भागदौड़ रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। शत्रु परास्त होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी सफल रहेंगे।
🐅सिंह
दौड़धूप अधिक होगी। शोक समाचार मिल सकता है। चोट व रोग से बचें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आजीविका के क्षेत्र में उन्नति होगी।
🙍🏻कन्या
प्रयास सफल रहेंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें। अपने कार्यों की सफलता से प्रसन्न रहेंगे।
⚖तुला
शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। लाभ होगा।
🦂वृश्चिक
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें।
🏹धनु
चोट व रोग से बाधा संभव है। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से हानि होगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आजीविका के क्षेत्र में उन्नति होगी।
🐊मकर
बकाया वसूली होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विवाद से बचें। बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। बनता कार्य बिगड़ जाने से चिंता रहेगी।
🍯कुंभ
आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। मान-सम्मान मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। पुराना रोग उभर सकता है। वाहनादि चलाते समय सावधानी रखें।
🐟मीन
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। आजीविका के क्षेत्र में लाभ होगा।
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भागवत कथा प्रवक्ता
प्रमोद कृष्ण शास्त्री जी महाराज
संपर्क सूत्र08737866555
09453316276
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माघ , कृष्ण पक्ष
द्वादशी
""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि------------द्वादशी23:52:08 तक
पक्ष-----------------------------कृष्ण
नक्षत्र----------अनुराधा10:13:59
योग-----------------वृद्वि31:02:53
करण------------कौलव10:35:44
करण-------------तैतुल23:52:08
वार--------------------------शनिवार
माह------------------------------माघ
चन्द्र राशि--------------------वृश्चिक
सूर्य राशि------------------------ धनु
रितु निरयन---------------------हेमंत
रितु सायन--------------------शिशिर
निरयन-------------------दक्षिणायन
सायन---------------------उत्तरायण
संवत्सर---------------------हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)-----------साधारण
विक्रम संवत-----------------2074
विक्रम संवत (कर्तक)-------2074
शाका संवत------------------1939
वृन्दावन
सूर्योदय-----------------07:12:30
सूर्यास्त------------------17:43:25
दिन काल---------------10:30:54
रात्री काल--------------13:29:02
चंद्रास्त------------------14:58:36
चंद्रोदय-----------------28:44:02
लग्न-- धनु28°42' , 268°42'
सूर्य नक्षत्र----------------उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र------------------अनुराधा
नक्षत्र पाया---------------------रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
ने----अनुराधा 10:13:59
नो----ज्येष्ठा 16:58:06
या----ज्येष्ठा 23:42:51
यी---- ज्येष्ठा30:28:09
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 28°42 उ o षा o, 1 भे
चन्द्र=वृश्चिक 15 ° 11' अनुराधा ' 4 ने
बुध=धनु 08 ° 24 ' मूल ' 3 भा
शुक्र=धनु 29 ° 37' उo षा o 1 भे
मंगल=तुला 27 ° 35 'विशाखा '3 ते
गुरु=तुला 24 ° 48 ' विशाखा , 2 तू
शनि=धनु 08 ° 49' मूल '3 भा
राहू=कर्क 22 ° 20 'आश्लेषा , 2 डू
केतु=मकर 22 ° 20 ' श्रवण, 4 खो
*🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*
राहू काल 09:50 - 11:09अशुभ
यम घंटा 13:47 - 15:06अशुभ
गुली काल 07:13 - 08:31अशुभ
अभिजित 12:07 -12:49शुभ
दूर मुहूर्त 08:37 - 09:19अशुभ
🚩गंड मूल10:14 - अहोरात्रअशुभ
💮चोघडिया, दिन
काल 07:13 - 08:31अशुभ
शुभ 08:31 - 09:50शुभ
रोग 09:50 - 11:09अशुभ
उद्वेग 11:09 - 12:28अशुभ
चाल 12:28 - 13:47शुभ
लाभ 13:47 - 15:06शुभ
अमृत 15:06 - 16:25शुभ
काल 16:25 - 17:43अशुभ
🚩चोघडिया, रात
लाभ 17:43 - 19:25शुभ
उद्वेग 19:25 - 21:06अशुभ
शुभ 21:06 - 22:47शुभ
अमृत 22:47 - 24:28*शुभ
चाल 24:28* - 26:09*शुभ
रोग 26:09* - 27:50*अशुभ
काल 27:50* - 29:31*अशुभ
लाभ 29:31* - 31:12*शुभ
💮होरा, दिन
शनि 07:13 - 08:05
बृहस्पति 08:05 - 08:58
मंगल 08:58 - 09:50
सूर्य 09:50 - 10:43
शुक्र 10:43 - 11:35
बुध 11:35 - 12:28
चन्द्र 12:28 - 13:21
शनि 13:21 - 14:13
बृहस्पति 14:13 - 15:06
मंगल 15:06 - 15:58
सूर्य 15:58 - 16:51
शुक्र 16:51 - 17:43
🚩होरा, रात
बुध 17:43 - 18:51
चन्द्र 18:51 - 19:58
शनि 19:58 - 21:06
बृहस्पति 21:06 - 22:13
मंगल 22:13 - 23:21
सूर्य 23:21 - 24:28
शुक्र 24:28* - 25:35
बुध 25:35* - 26:43
चन्द्र 26:43* - 27:50
शनि 27:50* - 28:58
बृहस्पति 28:58* - 30:05
मंगल 30:05* - 31:12
*नोट*-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान-------पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो लौंग अथवा कालीमिर्च खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
*🚩अग्नि वास ज्ञान -:*
15 + 12 + 7 + 1= 35÷ 4 = 3शेष
पृथ्वी पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*💮 शिव वास एवं फल -:*
27 + 27 + 5 = 59 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभा रूढ़ = शुभ कारक
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*लोहड़ी पर्व
*💮🚩💮शुभ विचार💮🚩💮*
कुग्रामवासः कुलहीनसेवा ।
कुभोजनं क्रोधमुखी च भार्या ।।
पुत्रश्च मूर्खो विधवा च कन्या ।
विनाग्निमेते प्रदहन्ति कायम् ।।
।।चा o नी o।।
निम्नलिखित बाते व्यक्ति को बिना आग के ही जलाती है...
१. एक छोटे गाव में बसना जहा रहने की सुविधाए उपलब्ध नहीं.
२. एक ऐसे व्यक्ति के यहाँ नौकरी करना जो नीच कुल में पैदा हुआ है.
३. अस्वास्थय्वर्धक भोजन का सेवन करना.
४. जिसकी पत्नी हरदम गुस्से में होती है.
५. जिसको मुर्ख पुत्र है.
६. जिसकी पुत्री विधवा हो गयी है.
*🚩💮🚩सुभाषितानि🚩💮🚩*
गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16
ब्रह्मणो हि प्रतिष्ठाहममृतस्याव्ययस्य च ।,
शाश्वतस्य च धर्मस्य सुखस्यैकान्तिकस्य च ॥,
क्योंकि उस अविनाशी परब्रह्म का और अमृत का तथा नित्य धर्म का और अखण्ड एकरस आनन्द का आश्रय मैं हूँ॥,27॥,
*💮🚩दैनिक राशिफल🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।
🐏मेष
चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। परिवार की चिंता रहेगी। जल्दबाजी न करें।
🐂वृष
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। शत्रु परास्त होंगे। धनलाभ होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। भूमि विवाद की आशंका रहेगी।
👫मिथुन
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार मिलेगा। पुराना रोग उभर सकता है। आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
🦀कर्क
भागदौड़ रहेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। शत्रु परास्त होंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी सफल रहेंगे।
🐅सिंह
दौड़धूप अधिक होगी। शोक समाचार मिल सकता है। चोट व रोग से बचें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आजीविका के क्षेत्र में उन्नति होगी।
🙍🏻कन्या
प्रयास सफल रहेंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें। अपने कार्यों की सफलता से प्रसन्न रहेंगे।
⚖तुला
शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। प्रसन्नता रहेगी। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। लाभ होगा।
🦂वृश्चिक
रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रमाद न करें।
🏹धनु
चोट व रोग से बाधा संभव है। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से हानि होगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आजीविका के क्षेत्र में उन्नति होगी।
🐊मकर
बकाया वसूली होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विवाद से बचें। बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। बनता कार्य बिगड़ जाने से चिंता रहेगी।
🍯कुंभ
आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। मान-सम्मान मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। पुराना रोग उभर सकता है। वाहनादि चलाते समय सावधानी रखें।
🐟मीन
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कानूनी बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। आजीविका के क्षेत्र में लाभ होगा।
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भागवत कथा प्रवक्ता
प्रमोद कृष्ण शास्त्री जी महाराज
संपर्क सूत्र08737866555
09453316276
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