मंगलवार, 31 जुलाई 2018

ज़िंदगी एक रात हैं
  जिसमें ना जाने कितने ख्वाब हैं
       जो मिल गया वो अपना हैं
        जो टूट गया वो सपना हैँ।

                  
    "राष्ट्रीय भागवत कथा प्रवक्ता"
   प्रमोद कृष्ण शास्त्री जी महाराज 
   08737866555/9453316276

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