शनिवार, 27 जनवरी 2018

भगवान द्वारा भक्तों का महत्व एक बार जरूर पढ़ें The importance of the devotee to God

एक बार की बात है महाभारत के युद्ध के बाद भगवान
श्री कृष्ण और अर्जुन द्वारिका गये पर इस बार रथ
अर्जुन चलाकर के ले गये। द्वारिका पहुँचकर अर्जुन बहुत
थक गये इसलिए विश्राम करने के लिए अतिथि भवन में
चले गये।शाम के समय रूक्मनी जी ने कृष्ण को भोजन
परोसा तो कृष्ण बोले घर में अतिथि आये हुए है हम उनके
बिना भोजन कैसे कर ले।रूक्मनी जी ने कहा भगवन आप
आरंभ करिये मैं अर्जुन को बुलाकर लाती हूँ ।
जैसे ही रूक्मनी जी वहाँ पहुँची तो उन्होंने देखा कि अर्जुन
सोये हुए हैं और उनके रोम रोम से कृष्ण नाम की ध्वनि
प्रस्फुटित हो रही है तो ये जगाना तो भूल गयीं और मन्द मन्द
स्वर में ताली बजाने लगी । इधर नारद जी ने कृष्ण से कहा
भगवान भोग ठण्डा हो रहा है कृष्ण बोले अतिथि के बिना
हम नहीं करेंगे। नारद जी बोले मैं बुलाकर लाता हूँ नारद जी
ने वहां का नजारा देखा तो ये भी जगाना भूल गये और इन्होंने
वीणा बजाना शुरू कर दिया । इधर सत्यभामा जी बोली प्रभु
भोग ठण्डा हो रहा है आप प्रारंभ तो करिये । भगवान बोले
हम अतिथि के बिना नहीं कर सकते । सत्यभामा जी बोलीं मैं
बुलाकर लाती हूँ । ये वहाँ पहुँची तो इन्होंने देखा कि अर्जुन
सोये हुए हैं और उनका रोम रोम कृष्ण नाम का कीर्तन कर
रहा है और रूक्मनी जी ताली बजा रही हैं नारद जी वीणा
बजा रहे हैं तो ये भी जगाना भूल गयीं और इन्होंने नाचना
शुरू कर दिया । इधर भगवान बोले सब बोल के जाते हैं
भोग ठण्डा हो रहा है पर हमारी चिन्ता किसी को नहीं है
चलकर देखता हूँ वहाँ ऐसा क्या हो रहा है जो सब हमको
ही भूल गये। प्रभु ने वहाँ जाकर के देखा तो वहाँ तो स्वर
लहरी चल रही है । अर्जुन सोते सोते कीर्तन कर रहे हैं,
रूक्मनी जी ताली बजा रही हैं, नारद जी वीणा बजा रहे हैं,
और सत्यभामा जी नृत्य कर रही हैं । ये देखकर भगवान के
नेत्र सजल हो गये और मेरे प्रभु ने अर्जुन के चरण दबाना
शुरू कर दिया । जैसे ही प्रभु के नेत्रों से प्रेमा श्रुओ की बूँदें
अर्जुन के चरणों पर पड़ी तो अर्जून छटपटा के उठे और बोले प्रभु ये क्या हो रहा है । भगवान बोले, अर्जुन तुमने मुझे रोम
रोम में बसा रखा है इसीलिए तो तुम मुझे सबसे अधिक प्रिय
हो और गोविन्द ने अर्जून को गले से लगा लिया।।।
लीलाधारी तेरी लीला है अपार
भक्त भी तू
भगवान भी तू
करने वाला भी तू
कराने वाला भी तू
बोलिये भक्त और भगवान की जय।। 
    !!भागवत कथा प्रवक्ता!!
 प्रमोद कृष्ण शास्त्री जी महाराज
श्री धाम वृंदावन मथुरा उत्तर प्रदेश
09453316276 08737866555



Once upon a time the Lord of the Mahabharata war

Shri Krishna and Arjun went to Dwarka but this time the chariot

Arjun took away by running. Arjuna is very accessible by reaching Dwarka

Tired, therefore, in the guest house for rest

Rukmani ji got food for Krishna at the time of Ashram.

We have come to the house of Krishna Bole, we have come to visit him.

How can you do without food? Rukmani ji said God

Get started I will call Arjuna and bring it.

As soon as Rukmani reached there, he saw Arjun

The sound of Krishna is asleep and his romance from Rome

If it is getting erupted then it has forgotten to wake up

Tone began to clap. Here Narad ji told Krishna

Lord Bhagwan is getting cold, Krishna says without a guest

We will not. Narada ji, I bring you Narada ji

Seeing the sight of this, they also forgot to wake up and they

The Veena started playing. Here satyabham ji biba prabhu

The pleasure is getting cold and you get started. Say god

We can not do without the guest I am speaking truth

I'll call them. He reached there and saw that Arjuna

He has slept and his romance is named Krishna Kirtan

And Rukmani ji is playing Tali Narada Ji Veena

If you are playing, then forget to wake up and dance

Started . Here God speaks all the words

The feeling is cold but no one cares about us

Let's go and see what is happening there, all of us

Only forgot When the Lord went there and saw it there,

The waves are running. Arjun is sleeping kirtan,

Rukmani Ji is playing Tali, Narada ji is playing Veena,

And Satyabhama ji is dancing. Seeing God

The eye became enlightened and my lord pressed the phase of Arjuna

Started . As soon as the drops of Premya Shrewa from Lord's eyes

Arjun was lying at the feet and Arjuna got upset and said, "Lord, what is this happening?" God says, Arjun, you have me in Rome

You have settled in Rome so that you are the most beloved

Ho and Govind threw Arjuna ...

Leeladhi Teri Leela is immense

You are also devote

God you too

Will you also

Are you too

Speak to the devotee and Lord of Jay ..

!! Bhagwat Story Spokesperson !!

Pramod Krishna Shastri ji Maharaj

Shri Dham Vrindavan Mathura Uttar Pradesh

09453316276 08737866555

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