गुरुवार, 11 जनवरी 2018

माटी चुन चुन महल बनाया,
           लोग कहें घर मेरा ।
ना घर तेरा, ना घर मेरा ,
         चिड़िया रैन बसेरा ।
कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,
        जोड़ भरेला थैला ।
कहत कबीर सुनो भाई साधो,
        संग चले ना धेला ।
उड़ जाएगा हंस अकेला!!!
जग दो दिन का मेला!!!!
Pramod Krishna Shastri
WhatsApp 08737866555

          

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