रविवार, 7 जनवरी 2018

सासों का पिंजरा किसी दिन टूट जाएगा, फिर मुसाफिर किसी राह में छुट जाएगा ।।
अभी स्वास है तो
                  💐राधे !! राधे💐
बोल लिया करो, क्या पता कब जिदंगी का साथ छूट जाएगा ।।

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